मुंबई : योग गुरु व 56 साल के बड़े कारोबारी 56 साल की उम्र के बाबा रामदेव अपने विवादित बयानों के चलते सुर्ख़ियों का हिस्सा बने रहते हैं. शुक्रवार को योग गुरु बाबा रामदेव ने महिलाओं के पहनावे पर एक टिप्पणी की है. इस टिप्पणी के फ़ौरन बाद से ही राजनीतिक और सामाजिक हलकों में बाबा रामदेव की जमकर आलोचना हो रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के ठाणे में पतंजलि योग पीठ और मुंबई महिला पतंजलि योग समिति द्वारा आयोजित योग विज्ञान शिविर और महिला सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इस कार्यक्रम को खिताब करने के दरमियान बाबा रामदेव ने औरतों के कपड़ों पर टिप्पणी की और कहा. “औरतें साड़ी में अच्छी लगती हैं… वे सूट-सलवार में अच्छी लगती हैं, और मेरा विचार है कि अगर वह कुछ न पहने तो… बिना कपड़ों के भी अच्छी लगती हैं.”
जिस वक्त बाबा रामदेव ने औरतों के कपड़े पर यह बयान दिया था. उस दरमियान वहाँ पर उनके साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे, ठाणे के शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे समेत बीजेपी के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस व तमाम बड़े चेहरे भी मौजूद थे.
तमाम महिलाएं इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शरीक होने के लिए पहुँची थी. महिलाएं अपने योग के कपड़े व साड़ियां भी अपने साथ लेकर आई थीं. लेकिन प्रशिक्षण शिविर के फ़ौरन बाद ही बैठक शुरू हुई. जिसके चलते इन महिलाओं को कपड़े बदलने का पर्याप्त समय नहीं मिला. इसे देखते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि “कोई बात नहीं, अगर आपको कपड़े बदलने का समय नहीं मिला तो इसमें कोई हर्ज नहीं है. आप घर जाने के बाद इन्हें पहन सकती है.”
बाबा रामदेव के इस बयान के बाद से लोग सोशल मीडिया के जरिये उनका जमकर मज़ाक उड़ा रहे हैं और तंज कस रहे हैं. लोग बाबा रामदेव को वो बात याद दिला रहे हैं जब दिल्ली में बाबा रामदेव ने पुलिस से भागने के लिए सलवार-कमीज़ पहन मंच से भागने की कोशिश की थी. बाबा रामदेव की महिलाओं के पहनावे पर ताजा टिप्पणी से राजनीतिक और सामाजिक हलकों में आक्रोश है.
बीजेपी सांसद ने कहा – रामदेव के मंजन से खराब हुए मेरे दांत
देश की चर्चित बाबा रामदेव की पतंजलि कम्पनी के उत्पाद एक बार फिर नकारात्मक चर्चाओं में हैं. इस बार यह चर्चा किसी अर्बन नक्सली या आयुर्वेद विरोधी कथित देश विरोधी लॉबी की तरफ से नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्त पार्टी भाजपा के कैसरगंज के सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की ओर से शुरू हुई है. इन सांसद ने बाबा रामदेव की पतंजलि कम्पनी के घी के बाद उनके मंजन को भी नकली और घटिया करार दिया है. सांसद ने यह दावा यह दोनों प्रॉडक्ट इस्तेमाल करने के बाद अपने निजी अनुभव के आधार पर किया है. वीडियो में सांसद यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि “घर में गाय–भैंस रखो नहीं तो रामदेव का नकली घी खाने से कैसे स्वस्थ होंगे ? ब्रजभूषण बाबा रामदेव के घी के बाद अब पतंजलि कम्पनी के मंजन का भी पोस्टमार्टम करने पर उतारू हो गए.
सांसद अपनी आपबीती बताते हुए पतंजलि के मंजन को इतना घटिया बता रहे हैं कि उसके इस्तेमाल से दांत तक खराब होने का वह दावा कर रहे हैं. बकौल सांसद उन्होंने पतंजलि का मंजन इस्तेमाल किया तो उनके दांत ही खराब होने लगे. डॉक्टर की सलाह पर उन्होंने पतंजलि के मंजन से अपना पिंड छुड़ाया. सांसद ने पतंजलि के मंजन में लौंग का अत्यधिक प्रयोग करने की शिकायत की है. जिसकी वजह से दांत खराब हो रहे हैं.
जब केरल निवासी एक चिकित्सक की शिकायत पर पतंजलि की पांच दवाओं को मानकों पर खरा न होने के कारण उत्तराखंड में न केवल प्रतिबंधित किया गया था बल्कि उनके उत्पादन और विज्ञापन तक पर पाबंदी लगा दी गई थी.
जब खुद उस भारतीय जनता पार्टी के सांसद जिसे सत्ता में लाने के लिए बाबा रामदेव में साल 2013 से लेकर 2014 तक रात दिन एक कर दिया था. पतंजलि उत्पादों पर उंगली उठा रहें हैं तो लोग इसे भाजपा और बाबा रामदेव के बदलते रिश्तों के तौर भी देखने लगे हैं. देखना दिलचस्प होगा कि सांसद के इन बयानों को पतंजलि किस तरह फेस करेगी. कम से कम उन्हें अर्बन नक्सली या वामपंथी तो नहीं ही कहा जायेगा !
बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के एमडी आचार्य बालकृष्ण ने ट्वीट के जरिए जवाब दिया है. आचार्य ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर बीजेपी सांसद को टैग करते हुए लिखा है कि सज्जनता का संवाद न समझने वाले, अनर्गल प्रलाप व बयानबाजी करने वाले, कभी घी का तो कभी टूथपेस्ट का खटराग अलापने वाले, अब महर्षि पतंजलि की आड़ लेकर ढोंग कर रहे हैं. ऐसे लोगों को संविधान व कानून की मर्यादा के दायरे में रहकर उत्तर दिया जायेगा. और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है.