झारखंड की सरकार ने सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया. चंपई सोरेन सरकार के पक्ष में 47 मत पड़े जबकि विपक्ष में 29 मत ही पड़े. तीन सदस्यगैर हाजिर रहे. इसके साथ ही राज्य में 31 जनवरी से चल रहे सियासी उठापटक का पटाक्षेप हो गया.
इससे पहले गठबंधन सरकार के सभी विधायक हैदराबाद में डेरा डाले हुए थे. इन तमाम घटनाक्रमों के केंद्र में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का इस्तीफा रहा. भूमि घोटाले में ईडी द्वारा हेमंत की गिरफ्तारी के बाद राज्य में सियासी संकट खड़ा हो गया था.
सीएम चंपई सोरेन ने कहा मैं गर्व से कहता हूं कि मैं हेमंत सोरेन का ही पार्ट-2 हूं. सीएम ने केंद्र सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया.
जयराम रमेश ने राज्यपालों पर लगाए आरोप
जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि राज्यपाल हर जगह पक्षपात कर रहे हैं. तमिलनाडु, केरल, मणिपुर, जम्मू कश्मीर, झारखंड, बिहार। राज्यपाल वही करते हैं. जो गृह मंत्रालय और पीएमओ उनसे कहता है.
जयराम रमेश ने झारखंड विधानसभा में विश्वास मत जीतने पर कही ये बात
चंपई सोरेन सरकार के विश्वास मत जीतने पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा ‘इसमें कोई शक नहीं था. हमने पहले ही कहा था कि हम अच्छे बहुमत से विश्वास मत जीतेंगे. 47 विधायक समर्थन में थे. ऑपरेशन कीचड़ फेल हो गया. भाजपा ने हेमंत सोरेन को पहले गिरफ्तार कराया फिर चंपई सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में देरी कराई. भाजपा नाकामयाब रही और हमारी सरकार जारी रहेगी. हम एक बार फिर जनता से अपने काम के आधार पर बहुमत लेने के लिए काम करेंगे.
हेमंत सोरेन ने ईडी-सीबीआई-आईटी को लेकर साधा निशाना
हेमंत सोरेन ने कहा, मुझे कोई गम नहीं कि मुझे आज ED ने पकड़ा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा का उदय झारखंड के मान, सम्मान, स्वाभिमान को बचाने के लिए हुआ है और जो भी बुरी नजर डालेगा उसे हम मुंह तोड़ जवाब देंगे. मैं आंसू नहीं बहाऊंगा. आंसू वक्त के लिए रखूंगा. आप लोगों के लिए आंसू का कोई मोल नहीं.