मल्लापुरम केरल : कब किसकी किस्मत बदल जाए यह कोई नहीं जानता. हमें अक्सर यह सुनने को मिलता है कि किस्मत सबकी चमकती है. एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें कचरा बीनने वाली 11 महिलाएं रातों रात करोड़पति बन गईं. केरल के मल्लापुरम के पराप्पनांगडी नगरपालिका में कचरा बीनने वाली इकाई में काम कर रही 11 महिलाओं को कभी यह सपने में भी उम्मीद नहीं रही होगी कि जिस लॉटरी टिकट को उनमें से प्रत्येक ने 25 रुपये से भी कम राशि देकर खरीदा था. वह उन्हें 10 करोड़ का जैकपॉट दिलवा देगी. केरल लॉटरी विभाग ने बुधवार को हुए ड्रॉ में इन महिलाओं को 10 करोड़ रुपये की लॉटरी का विजेता घोषित किया.
ताजा खबर से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/BoYALD3FaYIJZ3Sya3Pv35
सहकर्मियों से पैसे उधार मांग कर टिकट खरीदने वाली राधा ने कहा, ‘हमने पहले भी पैसे उधार मांगकर लॉटरी टिकट खरीदी है. लेकिन यह पहली बार है कि हमने इतनी बड़ी धनराशि जीत ली है.’ हरित कर्म सेना घरों से कचरा एकत्रित करती है. सेना की अध्यक्ष शीजा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि इस बार सबसे योग्य लोगों का भाग्य चमका है.
ताजा खबर से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/BoYALD3FaYIJZ3Sya3Pv35
ये 11 महिलाएं केरल के बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं जो अपने जीविकोपार्जन के लिए हरित कर्म सेना घरों और अन्य जगहों से कचरा जमा करती हैं. इन कचरों को यहां से रिसाइकलिंग के लिए भेजा जाता है. मामूली सा वेतन पाने वाली ये 11 महिलाएं अपने घर की एकमात्र आय का स्त्रोत हैं
विजेता टिकट एचकेएस सदस्यों पी पार्वती, के लीला, एमपी राधा, एम शीजा, के चंद्रिका, ई बिंदू, कार्तियायिनी, के शोभा, सी बेबी, सी कुट्टीमालु और पी लक्ष्मी ने संयुक्त रूप से खरीदा था.
ताजा खबर से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/BoYALD3FaYIJZ3Sya3Pv35
गरीब से करोड़पति बन चुकी महिलाओं का कहना है कि इसके बाद भी वे अपना काम नहीं छोड़ेंगी और पैसे का इस्तेमाल अपने बच्चों की पढ़ाई और कर्ज चुकाने के लिए करेंगी. महिलाओं में से कई काफी पैसे की दिक्कत का सामना कर रही हैं. इनमें से कई तो आने जाने का खर्च बचाने के लिए घर से नगरपालिका तक पैदल चलकर जाती हैं. पंजाब नेशनल बैंक की परप्पानंगडी शाखा ने विजयी टिकट प्रदान किया. परप्पनंगडी नगरपालिका के अध्यक्ष उस्मान ए ने कहा कि भाग्य ने सबसे योग्य टीम का साथ दिया है. क्योंकि महिलाएं गुजारा करने के लिए संघर्ष कर रही थीं. लेकिन अपने काम के प्रति ईमानदार थीं.
ताजा खबर से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/BoYALD3FaYIJZ3Sya3Pv35