पुणे : आपको बता दें कि महाराष्ट्र में फराश पुणे के फराश फाऊंडेशन के फाउंडर चेयरमैन समाजसेवी हाजी महमद इसहाक ने बताया कि फाऊंडेशन के अंतर्गत एक प्राईमरी स्कूल, स्पंदन बहुभाषी त्रैमासिक, रोटी बॅंक पुणे, सरताज’ नामक स्टडी रूम और लाइब्रेरी जिसमे विद्यार्थी को अपने घर मे पढ़ाई करने जगह नही. उन बच्चों के लिए यहां किताबे और जगह उपलब्ध है.
उन्होंने बताया कि www.faiznikah.com वेबसाईट और व्हट्सएप ग्रुप के जरिए मुस्लिम मॅरेज ब्यूरो पिछ्ले 14 सालों से चल रहा है. हमारे फाऊंडेशन का असल मकसद निकाह आसान, सुन्नत तरीक़े पर, वक्त पर और हुए निकाह टिके रहने की कोशिश है.
उन्होंने बताया कि आज 14 नवम्बर 2023 को अक्सा मस्जिद नई जिन्दगी, शोलापुर में मेरे बेटे की शादी हुई है. निकाह के वक्त खजूर और शर्बत का इंतजाम लड़की के अब्बा वसीम मुल्ला ने किया. निकाह के बाद दुल्हन की बिदाई एक जोड़े से हुई. इस खबर के वायरल होने से देश भर से लोग बधाई दे रहे हैं.
उन्होंने बताया कि मेरी दोनों बेटियों का निकाह बिल्कुल इसी तरह सुन्नत तरीका अपनाकर हुआ है. मेरे बड़ी लड़की के शादी का कार्ड कुल 24 भाषाओ में छपा था. इसमे ऊर्दू, मराठी, हिन्दी, अरबी, संस्कृत, कनाडा ऐसे देशी-विदेशी भाषाओ में छपा था.
और छोटी बेटी के शादी के कार्ड में निकाह ए खुदबा का हिन्दी अनुवाद, साईट मे मियां-बीवी के फर्ज और हुकूक, पीछे ग्लोबल वार्मिंग के बारे में इस्लाम क्या कहता है. इसकी कुछ आयते, हदीस उनके अनुवाद के साथ छपा था. ये हकीकत है कि इन दोंनो इन्वेटेशन कार्ड की तारीफ तो बहुत हुई. मगर कार्ड लेने वालों को फिजीकली कोई फायदा ना हुआ.
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इसी एक बात को मद्देनजर, इस बार कार्ड को ऐसे डिजाईन से प्रिंट किया गया है कि मेरे बेटे जैद की ये शादी का कार्ड लोंगो के काम आ सके. इस शादी के कार्ड को मेरे मित्र डाँक्टर विनोद, डॉक्टर वैशाली मैडम, मित्र ऋषिकेश, सलीम, मेरे दोनो दामाद ज़जील और परवेज, मेरा बेटा जैद, मेरी हमराह परवीन इन सभी की मेहनत और मशक्कत से बनाया है.
यह कार्ड एक प्लास्टिक के बाॅक्स पर छपा हुआ है. प्रथमदर्शनी बिस्मिल्लाह इरहमान निररहीम, निकाह और वलीमे की तारीख, फिर दुल्हे और दुल्हन का नाम, उसके नीचे अक्द का पता और वक्त, उसके साईट में वलीमे की जगह और वक्त फिर मेजबान का नाम.
बाॅक्स खोलते ही सबसे उपर अल्लाह का एक नाम या शिफ़ी लिखा है. उसके नीचे हर बिमारी से शिफ़ा की दुआ और उसका तर्जुमा दिया गया है. उसके बाद महाभारत का एक श्लोक और साईट मे कुरआन मजीद की एक आयत तर्जुमे के साथ दी गई है. दोनो का मतलब एक ही है. जो कहते है. हलाल की रोजी का खाना ही आपकी सेहतमंदी का असली राज़ है.
आजकल 8-10 साल के बच्चों को शुगर की बीमारी हो रही है. ये सब जंक फूड खाने का नतीज़ा ही तो है. इस बात को हायलाईट करने के लिए, एक खुबसूरत स्लोगन का बखूबी से इस्तेमाल किया गया है.
” मत खाओ फिज्जा बर्गर
ना होना रोग से जऱ जऱ”
बाॅक्स मे अंदर
* पेनकिलर टेबलेट
* एसीडीटी काॅपसुल
* जख्म साफ करने के लिए कपास
* जख्म साफ करने के लिए एंटीसेप्टिक लोशन
* जख्म साफ करने के लिए ऑलमेंट, मलम
* जख्म ढकने के लिए बँडेज
* जख्म को पानी से बचाने के लिए वाटरप्रूफ बँडेज
* कलैंजी- उसकी हदीस और फजिलत
* सबजा- उसकी हदीस और फजिलत
* जिरा- उसकी हदीस और फजिलत
* अजवाईन- उसकी हदीस और फजिलत
* उल्टी जुलाब मे कारगर साबित हुआ इलेक्टो पावडर
आधुनिक, प्राचीन आयुर्वेदिक और युनानी घरेलू दवाएं इस मेडीकल कीट, फस्ट एड बाॅक्स मे यानी जैद के शादी के कार्ड मे रखी गई है. ये आपको हमेशा सेहतमंद रखने मे मदद करता रहेगा.
आपको बताने मे बड़ा फक्र महसुस हो रहा है की, उमराह करने वाले अब तक 16 लोग 2 बालाजी का दर्शन के लिए जा रहे और दुल्हे के दोस्त जो फाॅरेन टूर पर जा रहे हैं वे भी इस इन्वेटेशन बाॅक्स/ कार्ड को अपने साथ लेकर गए हैं.
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