Tuesday, May 14, 2024
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झारखंड का चोर गिरोह रायपुर और दुर्ग में करता था मोबाइल चोरी, एक नाबालिग समेत पांच बदमाशों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

रायपुर : रायपुर के गंज थाना अंतर्गत पुलिस ने एक नाबालिग सहित पांच आरोपियों को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए पांचों आरोपी रायपुर और दुर्ग में आधा दर्जन से अधिक मोबाइल फोन चोरी कर चुके थे. मोबाइल चोरी करने वाला ये गिरोह झारखंड के साहेबगंज का है. गंज पुलिस, एंटी क्राइम टीम और साइबर यूनिट की संयुक्त टीम ने मिलकर आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

शहर में लगातार मोबाइल चोरी की घटना बढ़ते ही जा रहा है. जिस पर एंटी क्राइम एंड सायबर यूनिट की टीम लगातार इन घटनाओं को रोकने के लिए काम कर रही है. ताजा मामले में पुलिस को मुखबीर ने बताया कि थाना गंज क्षेत्रांतर्गत तेलघानी नाका चौक स्थित शराब भठ्ठी के पास दो व्यक्ति अपने पास मोबाइल फोन रखे हैं. बिक्री करने की फिराक में ग्राहक की तलाश कर रहे हैं. जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में क्राइम और थाना गंज पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा उक्त स्थान पर जाकर मुखबिर द्वारा बताए हुलिए के व्यक्तियों को चिन्हांकित कर पकड़ा गया.

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पूछताछ में व्यक्तियों ने अपना नाम शिवा महतो और जतन कुमार महतो निवासी झारखंड का होना बताया. टीम के सदस्यों द्वारा दोनों की तलाशी लेने पर उनके पास मोबाइल फोन रखा होना पाया गया. दोनों से मोबाइल फोन के कागजात के बारे में पूछताछ करने पर उनके द्वारा गोल-मोल जवाब देकर लगातार टीम को गुमराह करने लगे. दोनों से कड़ाई से पूछताछ करने पर उनके द्वारा मोबाइल फोन को चोरी का होना बताया और अपने अन्य साथी बिरझू सिंह, राहुल कुमार महतो और एक नाबालिग के साथ मिलकर वे यह काम करते थे. पुलिस ने इस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से सात मोबाइल फोन जब्त किए.
पकड़े गए नाबालिग चोर ने पुलिस को बताया कि उन्हें रोजाना 5 से 10 मोबाइल चुराने का टारगेट दिया गया था. इसके एवज में 25 से 30 हजार रुपये हर महीने उसे वेतन दिया जाता था. वह आसानी से अपना टारगेट पूरा कर लेते हैं. मोबाइल चोरी करने की साहेबगंज में ट्रेनिंग दी जाती है. इसके बाद वे दूसरे राज्यों में चोरी करते हैं. मोबाइल चुराने के लिए बच्चों और महिलाओ को गैंग में रखते हैं. इन्हें ट्रेनिंग देकर अलग-अलग शहरों में भेजते हैं. इहें हर महीने सैलरी भी देते हैं. चोरी के मोबाइल भी वही खपाते हैं.

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