बरेली : बरेली में अफसरों और कर्मचारियों की मिलीभगत से विधवा पेंशन में फर्जीवाड़ा हुआ. सुहागिनों ने विधवा पेंशन का फायदा उठाया. जांच में इसका खुलासा तो अब वसूली की प्रक्रिया शुरु हो गई है. उधर, तत्कालीन अफसरों और कर्मचारियों से भी जवाब तलब किया गया है.
बरेली में अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से डेढ़ साल पहले रामनगर ब्लॉक के गांव गोठा खंडुआ में कई सुहागिन महिलाओं ने खुद को विधवा बताकर पेंशन हासिल कर ली थी. जांच में पुष्टि हुई तो अब 46 अपात्रों से 6.50 लाख रुपये की वसूली की प्रक्रिया शुरु की गई है. इस मामले में आंवला थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी.
तत्कालीन जिला प्रोबेशन अधिकारी, दो खंड विकास अधिकारियों और तीन ग्राम पंचायत सचिव कार्रवाई के घेरे में हैं. सीडीओ ने सभी से जवाब-तलब किया. तीन दिन में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने होने पर प्रतिकूल प्रविष्ट दी जाएगी. आउटसोर्स पर काम कर रहे कर्मचारी की सेवाएं खत्म होगी.
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वहीं, एक अपात्र महिला ने 14 हजार रुपये का चेक सरकारी खजाने में जमा किया है. अन्य 45 महिलाओं से रुपये वापस मांगे गए हैं. अगर रुपये जमा नहीं करती हैं तो भू-राजस्व की तरह वसूली होगी.
मुख्य विकास अधिकारी जगप्रवेश ने कहा कि तत्कालीन जिला प्रोबेशन अधिकारी, दो खंड विकास अधिकारियों, तीन ग्राम पंचायत अधिकारियों, दो सहायक विकास अधिकारियों और एक आउटसोर्स कर्मी को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। तीन दिन में जवाब नहीं आया तो कार्रवाई कर दी जाएगी.