बलरामपुर : छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक अंधे देवर और उसके ममेरे भाई ने रिश्तों को तार-तार कर दिया. जहां देवर ने भाभी को पहले जमकर शराब पिलाया. उसके बाद गला दबाकर उसे की नींद सुला दी. हैवानियत की हद तो तब पार हो गई जब आरोपी देवर ने ममेरे भाई के साथ मिलकर भाभी की लाश के साथ रेप किया. पुलिस ने मामले में नाबालिग देवर समेत 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने पूरी वारदात को अंजाम राजपुर थाना क्षेत्र के हरीतिमा के जंगल में दिया था.
मिली जानकारी के मुताबिक राजपुर थाना इलाके के परसागुड़ी गांव में मृतका सितावती उम्र साल ने मनोज उम्र साल के साथ लिव इन में रह रही थी. मनोज अपने नाबालिग दिव्यांग भाई और बूढी मां पर ध्यान नहीं देता था. इसी बात से उसका भाई हमेशा नाराज रहता था. घटना के दिन दिव्यांग अपचारी बालक ने अपनी भाभी से कहा कि जंगल मे पिकनिक मनाने चलना है.
इस पिकनिक में उसने अपने ममेरे भाई कृष्णा सोनहा को भी सूरजपुर से बुलाया था. जिसके बाद दोनों ने 2 बॉटल शराब लिया और मुर्गा साथ में लेकर जंगल गए और वहां जमकर पिकनिक मनाया. पार्टी करने के बाद जब उन्हें लगा कि उसकी भाभी पूरी तरह से नशे में है तो दोनों ने पहले गला दबाकर उसकी हत्या की फिर शव के साथ बलात्कार किया.
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वहीं वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए. वहीं वारदात को अंजाम देने के बाद मृतिका का मोबाइल आरोपियों ने अपने पास ही रख लिया. पुलिस की टीम ने साइबर सेल की मदद से मामले को सुलझा लिया है और पुलिस ने आरोपी और उसके ममेरे भाई के खिलाफ धारा 302 और धारा 376 में मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
महिला की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि किसी ने रस्सी से गला घोंटकर महिला की हत्या की है. हत्या का मुख्य कारण अपचारी बालक का अपने भाई के प्रति गुस्सा था कि वह शादी करने के बाद उस पर और उसकी बूढी मां पर ध्यान नहीं दे रहा था.
पकड़े गए नाबालिग आरोपी ने पुलिस को बताया कि मृतिका की पहली शादी वाड्रफनगर के देवरी निवासी एक युवक से हुई थी. महिला के तीन बच्चे भी हैं. पति से आपसी विवाद के बाद महिला अपने पहले पति और बच्चों को छोड़कर अम्बिकापुर के असोला में रहकर मजदूरी कर रही थी. इसी दौरान उसकी जान पहचान उसके बड़े भाई बलरामपुर के परसागुड़ी ग्राम निवासी मनोज चेरवा से हुई. जिसके बाद दोनों एक साथ रहने लगे थे. मनोज अपनी पहली पत्नी को छोड़कर मृतिका के साथ अम्बिकापुर में रह रहा था. आरोपी की बुजुर्ग मां भी है. वो खुद विकलांग है. महिला के साथ रहने के कारण उसका बड़ा भाई घर खर्चे के लिए पैसे नहीं देता था. सारे पैसे महिला पर ही खर्च कर रहा था. इसी का बदला लेने के लिए उसने मृतिका को रास्ते से हटाने की योजना बनाई.
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