सरगुजा : छत्तीसगढ़ के मजदूरों का अन्य राज्यों में बंधक बनाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. जांजगीर-चांपा के बाद मैनपाट ब्लॉक के 10 से ज्यादा पहाड़ी कोरवा युवकों को दिल्ली में बंधक बनाने का मामला सामने आया है. ज्यादा मजदूरी का झांसा देकर उत्तरप्रदेश के बागपत जिले में सभी पहाड़ी कोरवा युवकों को बंधक बनाया गया है.
बंधकों में एक युवक ने अपना वीडियो बनाकर वायरल किया है. उन्होंने परिजनों सहित प्रशासन से अपनी घर वापसी के लिए मदद की गुहार लगाई है. सोशल मीडिया में ये वीडियो जमकर वायरल हो रहा है.
मजदूरी करने गए मजदूरों को न ही मजदूरी मिल रही है. न ही घर वापस आने दिया जा रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद सभी बंधक बने मजदूरों की घर वापसी को लेकर परिवार परेशान है. दिल्ली में बंधक बने मजदूर सरगुजा के मैनपाट ब्लॉक के ग्राम सुपलगा सहित अन्य गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
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मजदूर की पत्नी के मुताबिक अब तक मजदूर ने घर में एक पैसा भी नहीं भेजा है. खुद वो कब घर आएंगे पता नहीं. इधर, बंधक मजदूर ने भी वीडियो में जानकारी दी कि वो कमाने-खाने के लिए दिल्ली आए थे. लेकिन दिल्ली में आने के बाद उनको सताया जा रहा है. मजदूरी भी नहीं मिल रही है.
बागपत जिले के एसपी ने संज्ञान लेते हुए तत्काल खेत मालिक संपर्क साधा और मजदूरी का भुगतान सहित घर वापस भेजने को लेकर तैयारी की जा रही है. वही 1 से 2 दिनों में बंधक बनाए गए मजदूर वापस आ जाएंगे. बहरहाल सरगुजा संभाग में पलायन किया कोई नया मामला नहीं है. इससे पहले भी कई मजदूर मजदूरी का काम करने अन्य राज्यों में जाया करते हैं. अब देखना होगा कि नई सरकार पलायन की समस्या को देखते हुए क्या कुछ निर्णय लेती है.
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सरगुजा कलेक्टर ने बताया कि सुपलगा गांव के राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पहाड़ी कोरवा उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में गन्ने के खेत में काम करने गए हुए थे. जहां उन्हें घर वापस आने नहीं दिया जा रहा था और मजदूरी का भुगतान भी नहीं किया गया था. जिससे परेशान होकर मजदूरों ने अपना वीडियो बनाकर भेजा था. इसके बाद तत्काल संज्ञान में लेते हुए सरगुजा जिले के एसपी ने वहां के एसपी से चर्चा की. जिसके बाद तत्काल बंधक बनाए गए मजदूरों को छुड़ाने सहित मजदूरी का भुगतान करने की बात कही गई.