Thursday, May 16, 2024
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आयोलाल-झूलेलाल के जयकारे के साथ चेट्रीचंड्र महोत्सव पर प्रसाद का किया वितरण, सिंधी समाज ने मनाई चेट्रीचंड्र जयंती, निकली शोभायात्रा

नवापारा राजिम : नगर के श्री पूज्य सिंध पंचायत द्वारा पांच दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रथम दिवस गोंदिया के भजन गायक की प्रस्तुति से श्री झूलेलाल जयंती की शुरुआत हुई. उसके बाद महिला विंग द्वारा आनंदमेला, डांस, क्वीज, फैंसी ड्रेस और धूनी भजन का तीन दिनों का कार्यक्रम रखा गया.


झूलेलाल जन्मोत्सव पर बुधवार को सुबह सिंधी कॉलोनी स्थित श्री झूलेलाल मंदिर में पूजा अर्चना और भजन कीर्तन शुरु हुआ. इसमें समाज के पुरुष, महिलाएं, बच्चे सभी लोग शामिल हुए. समाज के युवाओं ने सुबह 10:30 बजे बाइक रैली निकाली गई. जो नगर सहित राजिम का भ्रमण कर झूलेलाल मंदिर वापस आई. इसके बाद भगवान झूलेलाल जी का प्रसाद सेसा और लंगर ग्रहण किया गया.

शाम को 5:30 बजे बहराना साहेब की ज्योत की शोभायात्रा मंदिर से निकलकर गंज रोड होते हुए नेहरु घाट स्थित पवित्र त्रिवेणी संगम के जल में विसर्जित की गई. उक्त अवसर पर नदी के घाट पर महाआरती कर जलदेवता से सभी के कल्याण की प्रार्थना सभी ने की।सभी के लिए रात में भी लंगर प्रसादी की व्यवस्था रखी गई थी.
पूरा आयोजन भक्तिपूर्ण माहोल में संपन हुआ. इस आयोजन में सिंध समाज के अध्यक्ष अनिल जगवानी, धनराज मध्यानी, नंदलाल सायरानी, मुरलीधर सचदेव, मोहनदास नैनवानी, आसनदास सेवानी, थाऊमल गोविंदानी, रहंदूमल छाबड़ा, प्रकाश सचदेव, नानकराम खुराना, अमर माखीजा, किशन राजपाल, अशोक नागवानी, सुंदर पंजवानी, बुला नारवानी, भूषण मेघवानी, गोविंद राजपाल, राजू सजवानी, ज्ञानू लालवानी, किशोर सचदेव, ओमु सचदेव, प्रकाश आयलसिंघानी, मनोज सचदेव, शालू ऐशानी, अमर छाबड़ा, ठाकुरदास सायरानी, पप्पू नागवानी, राकेश मध्यानी,अनिल छाबड़ा, कमल नागवानी, लकी मेघवानी, अनिल पंजवानी, गुलशन लालवानी, बॉबी, सूरज, मयूर, जित्तू, यश, राहुल, पियूष, एक्स हनी, गौरव, सागर, करण, विशाल, चंदन, गिरीश, रोहन, गोलू, शंकर पंजवानी, नारायण जगवानी, खेमचंद इसरानी, तुल्ली नैनवानी, राजेश लालवानी सहित महिला विंग की मानसी, ज्योति, प्रियंका, प्रिया, मनीषा, रुचि, कविता, कंचन, दीपा, सुनीता आदि का सहयोग रहा. समाज ने पूरे नगर की कुशलता और सफलता के लिए भगवान झूलेलाल जी से प्रार्थना की.जय झूलेलाल

गरियाबंद : नगर के सिंधी समाज ने बुधवार को चेट्रीचंड महोत्सव मनाया, चेट्रीचंड्र पर्व के दिन सुबह से ही समाज के लोग उत्साहपूर्वक दिखे साथ ही सिंधी समाज ने नगर के आत्मानंद स्कूल के पास चेट्रीचंड्र भगवान की छाया चित्र की पूजा के बाद शरबत और मीठे जल के साथ काले चने का प्रसाद का प्रबंध किया था. जहां सैकड़ों लोगो ने प्रसाद ग्रहण किया.
समाज सेवी अजय रोहरा ने बतलाया चैत्र शुक्ल द्वितीया से सिंधी नववर्ष का आरंभ होता है. इसे चेटीचंड के नाम से जाना जाता है. चैत्र मास को सिंधी में चेट कहा जाता है और चांद को चण्डु. इसलिए चेटीचंड का अर्थ हुआ चैत्र का चांद. इस बार यह पर्व 10 अप्रैल, बुधवार को मनाया जा रहा है और हर साल की तरह की तरह इस साल भी धूमधाम से चेटीचंड पर्व मनाया जा रहा है. साथ ही समाज के बुजुर्गों के साथ यहां भव्य प्रसादी वितरण का कार्यक्रम भी किया गया.

संत झूलेलाल को लाल साईं, उदेरो लाल, वरुण देव, दरियालाल और जिंदा पीर भी कहा जाता है. सिंधी हिंदुओं के लिए संत झूलेलाल उनके उपास्य देव हैं. इस त्यौहार को चेटी चंड भी कहा जाता है. मान्यताओं के अनुसार संत झूलेलाल वरुण देव के अवतार माने जाते हैं. सिंधी हिंदुओं के लिए झूलेलाल झूलेलाल का मंत्र बिगुल माना जाता है. चंद्र-सौर हिंदू पंचांग के मुताबिक झूलेलाल जयंती की तिथि वर्ष और चेत के हिन्दू महीने की पहली तिथि को मनाया जाता है. सिंधी समुदाय के लोगों के लिए यह तिथि बेहद शुभ मानी जाती है क्योंकि इस दिन से सिंधी हिंदुओं का नया साल प्रारंभ होता है. हर नया महीना सिंधी हिंदुओं के पंचांग के अनुसार नए चांद के साथ प्रारंभ होता है इसलिए इस विशेष दिन को चेटी चंड भी कहा जाता है.
जल के देव होने के कारण इनका मंदिर लकड़ी का बनाकर जल में रखा जाता है. इसके अलावा इनके नाम पर दीपक जलाकर भक्त आराधना करते हैं. चेटीचंड के अवसर पर भक्त इस झूलेलाल भगवान की प्रतिमा को अपने शीश पर उठाते हैं जिनमें परम्परागत छेज नृत्य किया जाता है. सिंध प्रांत से भारत में आकर अलग-अलग स्थानों पर बसे सिंधी समुदाय के लोगों द्वारा झूलेलाल जी की पूजा की जाती है. और बहिराना साहिब के साथ छेज और नृत्य के साथ झांकी निकाली जाती है. झूलेलाल जी इष्ट देव हैं. सागर के देवता, सत्य के रक्षक और दिव्य दृष्टि के महापुरुष के रूप में इन्हें मान्यता दी गई हैं. ताहिरी, छोले (उबले नमकीन चने) और शरबत आदि इस दिन बनाते हैं और प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं. चेटीचंड की शाम को गणेश विसर्जन की तरह बहिराणा साहिब की ज्योति विसर्जन किया जाता हैं.
इस मौके पर श्री राम माखीजा, पम्मन रोहरा, वीरभान दस रोहरा, जमियत रोहरा, प्रकाश चंद रोहरा, विकास राक़ी रोहरा, सुनील रोहरा, विकास रोहरा, आशीष, अजय रोहरा, रितेश रोहरा, अर्जुन रोहरा, शिवम् रोहरा, टंकेशवर निर्मलकर, अजय सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे.
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बुधवार को ही शाम 5:30 बजे बहराना साहेब की ज्योत की शोभायात्रा मंदिर से निकलकर गंज रोड होते हुए नेहरु घाट स्थित पवित्र त्रिवेणी संगम के जल में विसर्जित की गई. इस मौके पर नदी के घाट पर महाआरती कर जलदेवता से सभी के कल्याण की प्रार्थना समाज द्वारा की गई. सभी के लिए रात में भी लंगर प्रसादी की व्यवस्था रखी गई थी. पूरा आयोजन भक्तिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ.
इस आयोजन में सिंध समाज के अध्यक्ष अनिल जगवानी, धनराज मध्यानी, नंदलाल सायरानी, मुरलीधर सचदेव, मोहनदास नैनवानी, आसनदास सेवानी, थाऊमल गोविंदानी, रहंदूमल छाबड़ा, प्रकाश सचदेव, नानकराम खुराना, अमर माखीजा, किशन राजपाल, अशोक नागवानी, सुंदर पंजवानी, बुला नारवानी, भूषण मेघवानी, गोविंद राजपाल, राजू सजवानी, ज्ञानू लालवानी, किशोर सचदेव, प्रकाश आयलसिंघानी, मनोज सचदेव, शालू ऐशानी, अमर छाबड़ा, सहित महिला विंग की मानसी, ज्योति, प्रियंका, प्रिया, मनीषा, रुचि, कविता, कंचन, दीपा, सुनीता आदि का सहयोग रहा. समाज ने पूरे नगर की कुशलता और सफलता के लिए भगवान झूलेलाल जी से प्रार्थना की.
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जय झूलेलाल के उद्धबोधन से गूंज उठी समूची न्यायधानी, प्रसाद और भंडारे का हर वर्ग समुदाय ने उठाया आनंद

बिलासपुर : चेट्रीचंद्र हर साल की तरह इस साल भी बहुत ही भव्य रुप से मनाया गया. सिंधी समाज के सभी सदस्य सुबह 7 बजे से हेमूनगर के झूलेलाल मंदिर मे इकठ्ठा हुए और बहराने साहब की पूजा अर्चना व हवन के बाद 10 बजे भव्य शोभा यात्रा की शुरुआत हुई. जिसमे सबसे आगे बहराणा साहब का रथ चल रहा था उसके पीछे पूरा सिंधी समाज के लोग नाचते हुए लाइव बैंड के साथ चल रहे थे.
इस बार शोभायात्रा मे झूलेलाल साईं की मूर्ति के साथ-साथ भगवान श्री राम का दरबार व मूर्ति भी देखने को मिली जो सिंधी समाज के भगवान के प्रति श्रद्धा को प्रदर्शित कर रही थी.
उसके पीछे संत कवर राम जी की वेश भूषा मे कलाकार बच्चों को लोली के रुप में आशीर्वाद देते चल रहे थे. उनके पीछे अघोरीयों की वेश भूषा मे नृत्यको का दल अपनी शानदार प्रस्तुति देते पर सभी को वशीभूत कर दिया. झांकी में इस बार भगवान हनुमान का सजीव नृत्य भी कलाकार द्वारा प्रदर्शित किया जा रहा था. इस बार सिंधी समाज ने समाज के बच्चों को अपनी संस्कृति से परिचित करने के लिए फैंसी ड्रेस की एक झांकी सिंध के सितारे भी रखी जिसमे कई वेशभूषा में बच्चे पूरा दिन शोभा यात्रा मे साथ साथ चल रहे थे.
उसके पीछे समाज की उपलब्धियों को एक विशाल LED स्क्रीन के जरिए बताने का प्रयास किया गया इसके पीछे दुर्ग से आई हुई भगवान राम के साथ वानर सेना जो समुद्र लाँघने की की सजीव झांकी भी थी. जिसमे बहुत ही शानदार लाइटिंग का प्रदर्शन था.


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इसके बाद भगवान झूलेलाल साईं का वरुण अवतार जो उन्होंने अपने भक्तो पार संकट आने पर धारण किया था उसका प्रदर्शन था. झूलेलाल साईं की शोभा यात्रा की स्वागत सभी 15 वार्ड पंचायतो ने अलग जगह पर भव्य रुप से किया.
इस मौके पर महिला विंग की पूरी टीम ने सिंधी समाज का परम्परिक नृत्य छेज करते हुए पुरे रास्ते भर इष्ट देव की आराधना करते चले लाइव बैंड ने झूलेलाल साईं के पारम्परिक गीतों के साथ बहुत ही शानदार समाज बंधा शोभा यात्रा के दौरान शहर के नागरिकों को ट्रैफ़िक व्यवस्था मे बाधा ना हो इसके लिए सभी वार्ड के युवा अध्यक्ष ने अपने अपने वार्ड मे शोभायात्रा के पहुचंने पर ट्रैफ़िक व्यवस्था को संभाला. इस कारण बहुत ही शालीनता व एकता का परिचय पूरे शहर ने देखा जो भी शोभा यात्रा को देख रहा था बस देखता ही रहा इस साल चेट्रीचंद्र के साथ-साथ सिंधी दिवस भी था.
जिसकी वजह से समाज ने सभी को सन्देश दिया की सिंधी में बात करें और अपनी आने वाली पीढ़ी को अपनी संस्कृत से अवगत करवाये. क्यूंकि झूलेलाल साईं वरुण देव यानि जल के देवता है. इसी लिए इस साल बिलासपुर की जीवन दायनी अरपा नदी के रामसेतु मे भगवान झूलेलाल साईं की महा आरती का भी आयोजन महिला विंग द्वारा किया गया.
इसके बाद सिंधी कॉलोनी मे बहराने साहब का विसर्जन किया गया और पुरे बिलासपुर के सभी नागरिकों की मंगल कामना मांगी गयी. बिलासपुर मे विगत वर्षों से पूज्य सिंधी सेन्ट्रल पंचायत युवा विंग और महिला विंग इस शोभायात्रा का आयोजन करती है.
इस साल चेट्रीचंद्र के उत्सव की शुरुआत 6 तारीख से महिला विंग की स्कूटर रैली से की गयी जो 10 तारीख को शोभायात्रा के बाद समापन किया गया. क्यूंकि यह चुनावी वर्ष है और अचार सहिता का भी प्रभाव है तो पुलिस प्रशाशन व जिला प्रशासहन का भरपूर सहयोग मिला. और समाज के सभी लोगों ने प्रशासन द्वारा दी गई गाइड लाइन का अनुसरण करते हुए चेट्री चन्द्र का त्यौहार सौहाद्र्रपूर्ण से मनाया.
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सांसद ने लिया भगवान झूलेलाल का आशीर्वाद, समारोह में शामिल हुईं

कोरबा : भगवान विष्णु के अवतार झूलेलाल की जयंती चेट्रीचंड्र महोत्सव सिंधी समाज के द्वारा बुधवार को धूमधाम से मनाया गया. रानी रोड शहीद हेमू कालाणी नगर स्थित झूलेलाल मंदिर से पूजा-अर्चना के बाद कई झांकियों के साथ शोभायात्रा शुरु हुई. पूज्य सिंधी पंचायत द्वारा आकर्षक सजावटों के साथ निकली शोभायात्रा में सिंधी छाजेड़ (डांडिया) की धूम मची रही.

कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत चेट्रीचंड्र महोत्सव में शामिल हुई. उन्होंने भगवान झूलेलाल की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया और सिंधी समाज के लोगों, महिलाओं, युवतियों, पूज्य सिंधी पंचायत के पदाधिकारियों को जयंती की शुभकामनाएं दी. सांसद ने इस अवसर पर सेवा कार्य भी किए और जयंती समारोह की शोभायात्रा में भजनों और गीतों पर झूमती रहीं.
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