महेंद्रगढ़ : हरियाणा से एक बेहद ही चौंकाने वाली घटना सामने आई है. 90 विधानसभा सीटों वाले हरियाणा में अगले साल चुनाव होना है. चुनाव से पहले मुख्यमंत्री जनसंवाद कार्यक्रम चला रहे हैं. लेकिन इस कार्यक्रम में सीएम को जगह-जगह विरोध का सामना करना पड़ रहा है. भाजपा के लिए मुसीबत बढती नजर आ रही है.
चुनाव से पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जनता की नब्ज समझने के लिए पूरे प्रदेश में जन संवाद कार्यक्रम कर रहे हैं. लेकिन उन्हें कई जगहों पर भाजपा को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. किसी भी राज्य में मुख्यमंत्री का लोगों द्वारा बंधक बनाया जाना शर्मिंदगी की बात है. ऐसी घटना यह भी संकेत देती है कि वहां जनता कितनी नाराज है?
हरियाणा में इस समय भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जननायक जनता पार्टी (JJP) की गठबंधन सरकार है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपना दूसरा कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. राज्य में खट्टर सरकार के 9 वर्ष बीत चुके हैं. लेकिन अगले साल होने वाले चुनाव से पहले हरियाणा में लोग सरकार से नाराज हैं.
हरियाणा के महेंद्रगढ़ में स्थित एक गांव वालों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को एक घर के बाहर घेर लिया. जिसके बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर को एक घर में काफी देर तक किसी बंधक की तरह से इंतजार करना पड़ा. इस दौरान ग्रामीणों ने सीएम और स्थानीय विधायक को लेकर नाराजगी जताते हुए खूब जमकर नारेबाजी भी की.
इलाके के विधायक ग्रामीणों को मनाने आए तो उन्होंने उनका भी जमकर विरोध किया. विधायक निराश होकर वापस लौट आए. विरोध को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाला ने दोगड़ा अहीर के लोगों को बातचीत के लिए बुलाया.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर महेंद्रगढ़ में तीन दिवसीय जनसंवाद कार्यक्रम में शामिल हुए थे. यह कार्यक्रम गांव सीमहा में था. इस दौरान वहां पर मौजूद लोगों ने गांव को उप तहलीस का दर्जा दिए जाने की मांग की. जिसके बाद सीएम ने प्रोग्राम के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेस में गांव को सीमहा को उपतहसील का दर्जा देना का ऐलान किया. इस कार्यक्रम के बाद हरियाणा के सीएम को दोंगड़ा गांव में रात को आराम करना था. जिसके बाद सीएम ने प्रोग्राम के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेस में गांव को सीमहा को उपतहसील का दर्जा देना का ऐलान किया.
सीएम के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने विरोध बंद कर दिया. इस मीटिंग में अटेली के विधायक सीताराम यादव भी मौजूद रहे. इसके बाद सीएम जनसंवाद कार्यक्रम के लिए नांगल सिरोही के लिए रवाना हो गए.
इससे पहले सीएम खट्टर के सिरसा में जनसंवाद कार्यक्रम के तीसरे दिन भी विवाद हो गया था. बणी गांव की महिला सरपंच ने अपना गले से दुपट्टा उतार कर सीएम के पैरों में फेंक दिया था. इसको देखकर वहां खड़ी पुलिस और अफसरों में हड़कंप मच गया था. आनन-फानन में महिला को संभाला था. फिर उसे पकड़कर स्टेज से नीचे उतार दिया गया था. हालांकि इस दौरान CM मनोहर लाल बातों से इस बारे में समझाते दिखे थे.