एक भारत श्रेष्ठ भारत के नारे के तहत गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने का उद्देश्य लेकर क्षेत्र के गांव खेड़की ब्राह्मणान निवासी कृष्ण कुमार सैनी कश्मीर से कन्याकुमारी तक की पदयात्रा शुरू करेगें. जिसकी शुरूआत 5 जनवरी को कन्याकुमारी से होगी और समापन कश्मीर के लाल चौंक पर होगा. उनकी यह पदयात्रा 12 राज्यों से होकर गुजरेगी और करीब 4 हजार किलोमीटर का सफर 50 दिनों में तय करने का लक्ष्य रखा गया है. यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि कृष्ण कुमार सैनी ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत एक भारत, श्रेष्ठ भारत नारे के साथ वह कश्मीर से कन्याकुमारी की पदयात्रा पर निकलेंगें. यह पदयात्रा 12 राज्यों से होती हुई तकरीबन 4 हजार किमी का सफर तय करेगी. वे प्रतिदिन 80 से 90 किमी की दूरी 50 दिनों में तय करेंगे. उनकी इस पदयात्रा का मकसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भारत श्रेष्ठ भारत के नारे को बुलंद करते हुए गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाना है.
उन्होनें बताया कि वह इसी वर्ष आजादी के अमृत महोत्सव के तहत तीन महीने में 3 बड़ पदयात्राएं कर चुके हैं. जिसमें 12-13 जून को 26 घंटे 44 मिनट में 140.6 किमी की नान स्टाप पदयात्रा, 01 से 11 जुलाई तक 10 दिन में रायपुर के चंदखुरी माता कौशल्या मंदिर से जगन्नाथ पुरी की 603.5 किमी और 16 दिन में 1094.54 किमी से अधिक की पदयात्रा शामिल है. उनकी ये तीनों पदयात्राएं इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज हो चुकी है.
उन्होंने कहा कि इस बार उन्होंने गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड से भी अनुमति ली है. उनका प्रयास रहेगा कि पदयात्रा निर्धारित समय में पूरी कर गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज करवाया जाए. फिलहाल यह रिकार्ड नेवी के दो अधिकारियों संजय कुमार और राम रत्न जाट के नाम पर दर्ज है. उन्होंने 2021 में 52 दिन में यह पदयात्रा पूरी कर गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. उन्होंने कहा कि पदयात्रा को पूरी करने के लिए वह प्रतिदिन 40 किमी की दौड़ लगा रहे हैं, इसके अलावा फिटनेस बरकरार रखने के लिए भी जरूरी अभ्यास करने में जुटे हुए हैं.