हिमाचल के शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने विधान सभा चुनाव के लिए पर्चा भरने के बाद ऐसा बयान दे दिया. जिससे वह सुर्खियों में आ गए. उन्होंने कहा कि मेरा तो वोट भी नहीं है. मैं नहीं जीतूंगा. मैं कुछ नहीं कर सकता. मेरा तो अपना वोट भी शिमला में है. ये जो नेता हैं. वहीं चुनाव जीतेंगे और हारेंगे भी वहीं.
सुरेश भारद्वाज के इस बयान से हर कोई हैरान है. उनका यह बयान सोशल मीडिया पर यह तेजी से वायरल हो रहा है. बता दें कि भाजपा हाईकमान ने शहरी विकास मंत्री का चुनाव क्षेत्र शिमला शहरी से बदलकर कसुम्प्टी किया है.
कसुप्प्टी कांग्रेस का गढ़ है. यहां से भारद्वाज का मुकाबला अब कांग्रेस के मौजूदा विधायक अनिरुद्ध सिंह से है. बीते पांच साल से भारद्वाज शिमला शहरी सीट से चुनाव की तैयारियां कर रहे थे. मगर पार्टी ने आखिरी वक्त पर भारद्वाज को कसुम्प्टी से उतारने का फैसला ले लिया. अब उनके समर्थक भी मायूस हैं.
भारद्वाज भी शिमला शहरी से चाहते हैं चुनाव लड़ना
भारद्वाज भी कसुम्प्टी से चुनाव नहीं लड़ना चाह रहे लेकिन पार्टी ने उन्हें यहीं से लड़ाने का फैसला लिया है. भारद्वाज के समर्थक भी शिमला शहरी से टिकट की मांग कर रहे हैं. ऐसे वक्त में भारद्वाज ने यह बयान देकर सबको चौंका दिया है.
भारद्वाज कह रहे है कि जीतेंगे भी कार्यकर्ता और हारेंगे भी कार्यकर्ता. एक तरह से हार व जीत के लिए वह पहले ही कार्यकर्ताओं को क्रेडिट भी दे रहे हैं और दोषी भी मान चुके हैं.