अपनी मांगों को लेकर नई दिल्ली की ओर पहुंच रहे किसानों पर मोदी सरकार की पुलिस ने जबरदस्त कहर बरपाया। दरअसल, न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर किसान बीजेपी सरकार से कई सालों से मांग कर रही है. किसानों ने कहा कि हम अपनी मांगों को पूरा करवाकर ही जाएंगे. किसानों को दिल्ली के पहले ही रोक लिया गया है.
केंद्र और किसानों के बीच सहमति न बनने के बाद किसानों ने दिल्ली कूच शुरु कर दिया. फेतहगढ़ साहेब से शंभू बॉर्डर पर जमा हुई किसानों की भीड़ पर पुलिस ने सख्ती दिखाते आंसू गैस के गोले दागे. जिसके बाद वहां अफरातफरी मच गई. पूरा इलाका सफेद चादर में लिपट चुका है.
किसान आंदोलन को लेकर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि किसान तो सिर्फ आपके रास्ते से गुजर रहे हैं. आप उनका रास्ता कैसे रोक सकते हैं? इस दौरान पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए पंजाब, हरियाणा और केंद्र सरकार को नोटिस दिया है.
ताजा खबर से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/LNzck3m4z7w0Qys8cbPFkB
याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित एक फैसले का हवाला देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी माना है कि विरोध प्रदर्शन के लिए सार्वजनिक मार्गो पर कब्जा नहीं किया जा सकता और प्रशासन को सार्वजनिक मार्ग को अतिक्रमण या अवरोधों से मुक्त रखना चाहिए. उन्होंने कहा हरियाणा के अधिकारियों द्वारा किसी के विरोध करने के हक को दबाने का प्रयास को दर्शाता है. जो लोकतंत्र और अभिव्यक्ति के खिलाफ है.
बता दें कि किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पहले से ही दिल्ली के बॉर्डर पर सुरक्षा के जबरदस्त इंतजाम किए गए. दिल्ली आने वाले सभी बॉर्डर को सील कर दिया गया. सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात है.
यहां पुलिस ने कंटीले तारों के अलावा बैरिकेड, सीमेंट के बड़े-बड़े ब्लॉक, कंटेनर और दूसरे अवरोधक भी लगाए गए. सिंघु बॉर्डर पर पुलिस ने कंट्रोल रूम बनाने के अलावा CCTV कैमरे भी लगाए है. ड्रोन की मदद से इलाक़े की निगरानी भी की जा रही है. पुलिस ने कई बार मॉक ड्रिल भी की है. दिल्ली में 12 मार्च तक धारा 144 भी लगी हुई है. इन बॉर्डर से आने को लेकर दिल्ली पुलिस ने एडवाइज़री भी जारी की है.
ताजा खबर से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/LNzck3m4z7w0Qys8cbPFkB
हम अनाज उगाते हैं. सरकार ने हमारे लिए कीलों की फसल उगाई
किसानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि सरकार ने MSP का वादा किया था उसके दो साल निकल गए. बहुत कुछ कर सकते थे. किसानों ने कहा कि हम अनाज उगाते हैं. सरकार ने हमारे लिए कीलों की फसल उगाई है. सिंघु बॉर्डर पर आम लोगों को पुलिस बैरिकेडिंग की वजह से आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पर रहा है. लोगों को अपने परिवार के साथ काफी दूर तक पैदल चलना पड़ रहा है. गुरुग्राम से लेकर गाजीपुर तक पुलिस की बैरिकेडिंग की वजह से जाम की हालत बनी हुई है. आम लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
टिकैत ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कुछ पूंजीपतियों ने देश पर कब्जा कर लिया है. ऐसे में किसानों को दिक्कत होना स्वाभाविक है लेकिन सरकार अगर किसानों के साथ अन्याय करेगी तो सभी किसान संगठन एकजुट हैं. किसानों के लिए दिल्ली दूर नहीं है. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान सरकार ने कुछ वादे किए थे. जिसे वह भूल गई है. बीते तीन सालों में केन्द्र सरकार ने किसानों से कोई बात नहीं की है.