व्यापमं ने फिर बदली परीक्षा की तारीख
रायपुर : छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने एक बार फिर से प्रवेश परीक्षा की तारीखों में बदलाव किया है. 16 जून को होने वाली प्री-एग्रीकल्चर टेस्ट (PAT) और पीवीपीटी अब 9 जून को होगी.
इसी तरह 7 जुलाई को होने वाली बीएससी नर्सिंग, एमएससी नर्सिंग और पोस्ट बेसिक नर्सिंग की प्रवेश परीक्षाएं अब 14 जुलाई को आयोजित की जाएंगी. बीए.बीएड और बीएससी.बीएड प्रवेश टेस्ट का भी शेड्यूल बदल गया है. पहले 16 जून को परीक्षा होना था. लेकिन अब 9 जून को प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी. प्रवेश परीक्षा की तिथियों में हुए संशोधन की सूचना व्यापमं की वेबसाइट में अपलोड कर दी गई है.
36 दिनों में कुल 12 परीक्षाएं होंगी आयोजित
नए शेड्यूल के अनुसार व्यापमं की ओर से 36 दिनों में कुल 12 परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी. इसमें 11 प्रवेश परीक्षा और एक पात्रता परीक्षा शामिल हैं. पांच प्रवेश परीक्षाओं की तारीख में बदलाव किया गया है. अन्य परीक्षाएं पहले से निर्धारित तारीख के अनुसार पर होगी. जैसे प्री इंजीनियरिंग टेस्ट (पीईटी), प्री फार्मेसी टेस्ट (पीपीएचटी) 13 जून और प्री. बीएड और प्री डीएलएड 30 जून को आयोजित की जाएगी.
शिक्षा सत्र 2024-25 के मुताबिक विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं के लिए व्यापमं की तरफ से फरवरी में कैलेंडर जारी किए गए थे. लोकसभा चुनाव की वजह से तारीख में बदलाव कर अप्रैल में संशोधित कैलेंडर जारी किया गया. अब एक बार फिर इसमें बदलाव किया गया है.
परीक्षाओं की संशोधित तारीख
पीएटी/पीव्हीपीटी- 9 जून
प्री-बीए.बीएड/प्री-बीएससी. बीएड- 9 जून
पीईटी- 13 जून
प्री-एमसीए- 13 जून
पीपीएचटी- 13 जून
पीपीटी- 23 जून
टीईटी- 23 जून
प्री-बीएड – 30 जून
प्री-डीएलएड- 30 जून
बीएससी नर्सिंग- 14 जुलाई
पोस्ट बेसिक नर्सिंग- 14 जुलाई
एमएससी नर्सिंग- 14 जुलाई
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CBSE 10th, 12th Result 2024 20 मई के बाद
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (CBSE) की तरफ से सेकेंड्री और सीनियर सेकेंड्री कक्षा का रिजल्ट 20 मई के बाद जारी किया जा सकता है. CBSE 10th 12th Result 2024 की घोषणा होते ही स्टूडेंट्स सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर जाकर नतीजे चेक कर सकेंगे.
सीबीएसई बोर्ड ने हाल ही में एक नोटिस जारी किया है. इसमें बताया गया है कि 10वीं में बेसिक गणित चुनने वाले छात्र 11वीं कक्षा में भी गणित पढ़ सकते हैं. कोविड के दौरान से यह छूट हर वर्ष लागू होती आ रही है और सत्र 2024-25 के लिए भी लागू रहेगी.
अंकों से असंतुष्ट है तो क्या करें?
जो छात्र कक्षा 10 और 12 के लिए सीबीएसई परिणाम 2024 में अपने अंकों से असंतुष्ट हैं. उनके पास जून 2024 में अपने अंकों/उत्तर पुस्तिका के सत्यापन का अनुरोध करने का विकल्प है. इस प्रक्रिया को शुरू करने के लिए छात्रों को वेबसाइट पर उपलब्ध एक ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना होगा. फिर बोर्ड किसी भी गणना त्रुटि, छूटे हुए अंक या अनुत्तरित प्रश्नों के लिए उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करेगा. एक बार रीचेकिंग समाप्त हो जाने के बाद बोर्ड संशोधित सीबीएसई परिणाम 2024 प्रकाशित करेगा और छात्रों को दोबारा जांचे गए परिणाम की फोटोकॉपी प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा.
छत्तीसगढ़ में नई शिक्षा नीति से होगी पढ़ाई, नर्सरी से लेकर पीएचडी तक बड़ा बदलाव
रायपुर : शिक्षण सत्र 2024-25 में नई शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत स्कूलों में पढ़ाई शुरु करने की तैयारी की जा रही है. अब सरकारी स्कूलों में 6 की जगह 3 साल की उम्र से प्रवेश दिया जाएगा. नर्सरी से पहली और दूसरी कक्षा (3 से 8 साल) तक बच्चों की पढ़ाई-लिखाई जादुई पिटारा के जरिए कराई जाएगी.
स्कूली शिक्षा में पढ़ाई का पैटर्न भी बदल जाएगी. अब 10 2 की जगह 5 3 3 4 पैटर्न में पढ़ाई कराई जाएगी. 3 से 8 साल यानी 5 साल बच्चा नर्सरी से लेकर दूसरी कक्षा तक की पढ़ाई बालबाड़ी और प्राथमिक स्कूलों में पूरी करेगा. फिर कक्षा 3, 4 और 5 की पढ़ाई 3 साल में बच्चा पूरी करेगी.
इसके बाद 6वीं से 8वीं यानी 3 साल की पढ़ाई होगी. इसके बाद अंत में 9वीं से 12वीं यानी 4 साल की हाई स्कूल औैर हायर सेकंडरी कक्षाओं की पढ़ाई पूरी करेगा. इस तरह एनईपी के तहत स्कूलों की पढ़ाई को 5 3 3 4 पैटर्न में बांटकर शिक्षा कराने की योजना है. अब तक सरकारी स्कूलों में 6 साल की उम्र में कक्षा पहली में बच्चों को प्रवेश देने का नियम था. यानी 1 से10 तक पढ़ाई 10 साल फिर 11वीं व 12वीं की पढ़ाई 2 साल ए जो एनईपी लागू होने पर पूरी तरह बदल जाएगा.
छत्तीसगढ़ में वर्तमान में कुल 9491 बालबाड़ी खोली जा चुकी है. इन बालबाडिय़ों में नर्सरी और कक्षा 1 व 2 में जादुई पिटारे के जरिए पढ़ाई.लिखाई कराई जा सकेगी. जिसमें 3 से 8 साल तक बच्चे शामिल होंगे.
स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने सभी बालबाड़ी और प्राथमिक शाला के शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की अहम मकसदमें से एक और प्रमुख जादुई पिटारा खेल आधारित शिक्षण संसाधन प्रणालीद्ध से शिक्षा सत्र 2024-25 से दक्षतापूर्वक क्रियान्वयन व संचालन के लिए कहा है.
नई शिक्षा नीति के तहत आंगनबाडिय़ों को अब बालबाडिय़ों में बदला जाएगा और शिक्षा विभाग में शामिल किया जाएगा. इससे 3 से 6 साल तक के बच्चों को नर्सरी की शिक्षा देने में सुविधा होगी. पूरे प्रदेश में बालबाडिय़ों खोलकर बच्चों को नर्सरी की पढ़ाई कराने की योजना है.
जादुई पिटारे के तहत नर्सरी से दूसरी तक की पढ़ाई करने के लिए बुधवार को एक साथ 55 हजार शिक्षकों को प्रारंभिक तौर पर क्षमता विकास और उन्मुखीकरण के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के माध्यम से ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया.
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