Monday, April 29, 2024
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सुखविंदर सिंह ने ली 15वें मुख्यमंत्री पद की शपथ, कहा- पहली कैबिनेट बैठक में लागू करेंगे पुरानी पेंशन योजना

छात्र राजनीति से उभरे नेता के हाथों में प्रदेश की कमान

शिमला : सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. राजधानी के रिज मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने उन्हें राज्य के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई. इसके अलावा विपक्ष के नेता रहे मुकेश अग्निहोत्री ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सांसद राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और राजस्थान सीएम अशोक गहलोत समेत पार्टी के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे. कैबिनेट का गठन बाद में किया जाएगा. दोनों ने हिंदी में शपथ ली.

शपथ ग्रहण करने के बाद राज्य के नए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस के तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ जनता का भी आभार जताया. इसके साथ ही उन्होंने उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और सभी विधायकों के साथ मंच से समर्थकों का अभिवादन किया.

शपथ ग्रहण के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि यह कैबिनेट के विस्तार के बाद में इस बात का फैसला किया जाएगा कि हमारे द्वारा दी गई 10 गारंटी योजनाओं में से कौन सी लागू की जाएगी. वहीं उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हमने जो भी वादे किए थे वो जल्द ही पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि हम अपनी पहली कैबिनेट बैठक में जनता से किए गए अपने वादों को पूरा करेंगे. जिसमें पुरानी पेंशन योजना प्रमुख है. पहले लोग कहते थे कि कांग्रेस किसी भी राज्य में सत्ता में नहीं आएगी. लेकिन आज हमने बीजेपी के विजय रथ को रोक दिया है

कांग्रेस ने राज्य के बागवानों को भी अपनी फसल की कीमत लगाने का मौका देने का वादा किया है. पशु पालन को बढ़ावा देने के लिए गोबर खरीदी और दूध व्यापार के लिए भी गारंटी में शामिल किया गया है. महंगाई की मार झेल रहे लोगों के लिए बिजली यूनिट भी फ्री देने का वादा इस 10 गारंटी का वादा कांग्रेस ने किया है.

हिमाचल के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी और मंडी से लोकसभा सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा था कि कांग्रेस ने “दिवंगत वीरभद्र सिंह के नाम पर यह चुनाव जीता है. पार्टी उनके परिवार की उपेक्षा नहीं कर सकती। वो ही सीएम पद की सही हकदार हैं और उन्‍हें ही मुख्‍यमंत्री की कुर्सी दी जानी चाहिए.

  • पुरानी पेंशन स्कीम बहाल होगी.
  • महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये दिए जाएंगे.
  • महंगाई की मार से बचाने के लिए राज्य में 300 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी.
  • बेरोजगारी से निपटने के लिए युवाओं को 5 लाख रोजगार की सौगात दी जाएगी.
  • बागवानों के फलों की कीमत तय करने का अधिकार होगा.
  • युवाओं के लिए 680 करोड़ का स्टार्टअप फंड भी जारी किया जाएगा.
  • मोबाइल क्लिनिक से हर गांव-गांव तक पहुंचेगी स्वास्थ्य सुविधाएं और मुफ्त इलाज.
  • हर विधानसभा में खुलेंगे 4 इंग्लिश मीडियम स्कूल.
  • गाय-भैंस पालकों से हर दिन 10 लीटर दूध खरीदा जाएगा.
  • 2 रुपये किलो में गोबर की खरीद की जाएगी.

58 साल के सुखविंदर सिंह सुक्खू के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस पार्टी के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहे. पार्टी के सांसद राहुल गांधी इस समारोह में शामिल होने के लिए राजस्थान से गुजर रही अपनी भारत जोड़ो यात्रा को कुछ समय के लिए रोककर आए. उनके अलावा इस खास मौके में पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, महासचिव प्रियंका गांधी, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट, अतुल वासनिक और राजीव शुक्ला समेत कई नेता शामिल हुए.

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू चौथी बार विधायक चुने गए हैं. इससे पहले वह कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष, युवा कांग्रेस के प्रमुख, एनएसयूआई के अध्यक्ष, शिमला नगरनिगम के 2 बार पार्षद और 2022 में चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष का पद संभाल चुके हैं. सुखविंदर सुक्खू प्रेम कुमार धूमल के बाद हमीरपुर से आने वाले दूसरे ऐसे नेता हैं. जो राज्य के सीेएम का पद संभालेंगे। बता दें कि 8 दिसंबर को घोषित हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस ने राज्य की कुल 68 विधानसभा सीटों में से 40 पर जीत दर्ज की. वहीं बीजेपी 25 सीटों पर सिमट गई.

उनके पिता सड़क परिवहन निगम में चालक के पद पर कार्यरत थे। सुक्खू अपने शुरुआती दिनों में छोटा शिमला में दूध का काम किया करते थे.

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कुल 40 सीटों पर जीत मिली है. 3 निर्दलीय विधायक भी कांग्रेस के पाले में ही नजर आ रहे हैं. हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री समेत कुल 12 मंत्री बनाए जा सकते हैं. सीएम और डिप्टी सीएम के बाद कुल 10 मंत्री बनाए जा सकते हैं. मंत्रियों के नाम को लेकर शनिवार को विधायक दल की बैठक हुई जिसमें कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, भूपेश बघेल और प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह मौजूद थीं.

सुधीर शर्मा, जगत सिंह नेगी, धनीराम, चंद्र कुमार, हर्षवर्धन चौहान, सुधीर शर्मा, अनिरुद्ध सिंह, विनय कुमार, इंद्र दत्त लखनपाल, राजेंद्र राणा, रोहित ठाकुर, राजेश धर्माणी, नंदलाल, सुंदर ठाकुर, कुलदीप सिंह पठानिया और कुलदीप सिंह राठौर के नाम भी मंत्री पद के लिए आगे चल रहा है. इन्हीं नेताओं में से एक विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी बनाया जाना है.

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