रायपुर : छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के दौरान डीपीआई की चूक से सरगुजा और बस्तर के आदिवासी स्कूलों को फायदा हो गया. उन्हें 783 पद अतिरिक्त मिल गए। इनमें सहायक शिक्षक और शिक्षकों की काउंसलिंग के बाद पोस्टिंग प्रक्रिया अंतिम चरण में है. वहीं, लेक्चरर के लिए इसी महीने 22 से 29 फरवरी के बीच रायपुर में काउंसलिंग होने जा रही है.
दरअसल, पिछली सरकार में जब 12489 शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन निकला तो उसमें डीपीआई के अफसरों ने शिक्षक संवग ई याने एजुकेशन में त्रुटिवश 783 पद अतिरिक्त जोड़ दिया. अब पद रिक्त ही नहीं तो फिर कैसे इन पदों पर भर्ती की जाए. ऐसे में, नई सरकार को फैसला करना था। ये मामला नए स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के पास गया. उन्होंने डीपीआई से चर्चा की। इसके बाद डीपीआई ने सरकार को प्रस्ताव दिया कि इन पदों को शिक्षक टी याने ट्राईबल में परिवर्तितक दिया जाए.
मंत्री बृजमोहन ने फौरन इस पर सहमति दे दी. इसके बाद डीपीआई के अफसर हरकत में आए और दु्रत गति से प्रॉसेज हुआ. अफसरों ने एनपीजी न्यूज को बताया कि सहायक शिक्षक और शिक्षक के 682 पदों पर काउंसलिंग के बाद पोस्टिंग अंतिम चरण में है. वहीं, 101 पद व्याख्याता के थे. चूकि व्याख्याता स्टेट कैडर का पद है इसलिए उनकी काउंसलिंग रायपुर में होगी. इसके लिए डेट तय कर दिए गए हैं. 22 से 29 फरवरी के बीच उनकी काउंसलिंग होगी. इसके बाद फौरन पोस्टिंग भी दे दी जाएगी. कुल मिलाकर आदिवासी इलाकों के स्कूलों को 782 सहायक शिक्षक, शिक्षक और व्याख्याता अतिरिक्त मिल गए.
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